परछाई

परछाई

बनकर तेरी परछाई तेरा साथ निभाउंगी,
तु जहाँ भी जाएगा में वहाँ-वहाँ आऊँगी,
साया तो छोड़ जाता है साथ अँधेरे में,
लेकिन में अँधेरे में तेरा उजाला बन जाउंगी |